मातृत्व वंदना योजना के नाम पर महिलाओं से साइबर ठगी — सावधान रहें! राजनांदगाव पुलिस ने किया जनता

राजनांदगांव जिले में मातृत्व वंदना योजना का लाभ दिलाने के नाम पर साइबर ठग महिलाओं एवं मितानिनों को झांसे में लेकर ठगी कर रहे हैं। इस नए प्रकार की साइबर ठगी में ठग खुद को “डॉक्टर” बताकर फोन करते हैं और कॉन्फ्रेंस कॉल के माध्यम से भरोसा जीतकर गर्भवती एवं शिशुवती महिलाओं से उनकी निजी बैंकिंग जानकारी प्राप्त कर लेते हैं।

ठगी का तरीका:

  1. ठग स्वयं को डॉक्टर बताकर कॉल करते हैं, और ट्रूकॉलर पर भी नाम ‘डॉ. फलां’ प्रदर्शित होता है, जिससे मितानिन या हितग्राही भ्रमित हो जाते हैं।
  2. योजना का लाभ दिलाने के बहाने मितानिनों से उनके क्षेत्र की महिलाओं की जानकारी लेते हैं।
  3. कॉन्फ्रेंस कॉल पर महिला हितग्राही को भी जोड़ा जाता है, और उन्हें बैंक खाते में योजना की राशि डालने का झांसा दिया जाता है।
  4. बातचीत के दौरान फोन-पे, गूगल-पे, यूपीआई आईडी आदि की जानकारी ले लेते हैं, और एक नोटिफिकेशन या लिंक भेजते हैं।
  5. लिंक या नोटिफिकेशन पर क्लिक करते ही बैंक खातों से पैसे कट जाते हैं, और पीड़ित को ठगी का शिकार होना पड़ता है।

सावधान रहें – सतर्क रहें:
कोई भी व्यक्ति अगर खुद को डॉक्टर, अधिकारी या सरकारी कर्मचारी बताकर फोन करे और बैंकिंग जानकारी मांगे, तो बिल्कुल भी जानकारी न दें।

यदि किसी योजना के लाभ के लिए .APK फाइल, क्यूआर कोड या लिंक भेजा जाए, तो उस पर क्लिक न करें। इससे मोबाइल में कॉल फॉरवर्डिंग, स्क्रीन शेयरिंग या SMS फॉरवर्डिंग ऐप इंस्टॉल हो जाता है, जिससे सारा डेटा साइबर ठगों के पास चला जाता है।
कॉन्फ्रेंस कॉल के जरिए भरोसे में लेने का तरीका साइबर ठगों की नई चाल है — मितानिनों, आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं व हितग्राहियों को विशेष सावधानी बरतने की जरूरत है।
साइबर ठग विभिन्न सरकारी वेबसाइटों से अधिकारियों के नाम व नंबर जुटाकर, उनके नाम पर कर्मचारियों को कॉल कर सूचनाएं जुटाते हैं, जिससे कई बार विभागीय कर्मचारी भी धोखे का शिकार हो जाते हैं।
राजनांदगांव पुलिस की अपील:

“किसी भी अनजान कॉल करने वाले को बैंक, UPI, या पर्सनल जानकारी न दें। किसी योजना या लाभ के नाम पर भेजे गए लिंक या ऐप को इंस्टॉल न करें। संदेह होने पर तत्काल साइबर सेल या नजदीकी पुलिस स्टेशन में संपर्क करें।”
इस संदर्भ में राजनांदगांव पुलिस सभी नागरिकों, मितानिनों, स्वास्थ्य कर्मियों और हितग्राहियों से अपील करती है कि वे साइबर जागरूक बनें और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की तत्काल सूचना पुलिस को दें।