पीएस अड़ाम में हरेली पर्व और कारगिल विजय दिवस उत्साहपूर्वक मनाया गया

शशिकांत सनसनी डोंगरगाव छत्तीसगढ़
छत्तीसगढ़ के पारंपरिक त्योहारों में प्रमुख हरेली पर्व और कारगिल विजय दिवस को ग्राम अड़ाम स्थित प्राथमिक शाला में शाला प्रबंधन समिति की उपस्थिति में उत्साहपूर्वक मनाया गया। इस अवसर पर स्कूली बच्चों ने विभिन्न सांस्कृतिक और खेल गतिविधियों में बढ़-चढ़कर भाग लिया।

पौधारोपण से हुआ कार्यक्रम का शुभारंभ

कार्यक्रम की शुरुआत शाला समिति सदस्यों जयंत्री बाई, पुष्पा बाई, कुमारी नंदनी और दीपिका के स्कूल आगमन पर पौधा भेंट कर स्वागत से हुई। शिक्षिकाएं कोनिका सोनी और सरिता टांडेकर ने उन्हें यह पौधे भेंट किए, जो हरियाली और पर्यावरण संरक्षण का संदेश देते हैं।

पारंपरिक खेलों में बच्चों ने दिखाया उत्साह

हरेली पर्व की परंपरा के तहत गेड़ी दौड़ और फुगड़ी जैसी स्थानीय खेल प्रतियोगिताएं आयोजित की गईं।

गेड़ी दौड़ में कक्षा 4 के भविष्य कुमार ने प्रथम स्थान प्राप्त किया।

फुगड़ी प्रतियोगिता में गुंजन साहू अव्वल रहीं।

छत्तीसगढ़ महतारी थीम पर फैंसी ड्रेस प्रतियोगिता
संस्कृति को बढ़ावा देने के उद्देश्य से छत्तीसगढ़ महतारी थीम पर फैंसी ड्रेस प्रतियोगिता आयोजित की गई, जिसमें कक्षा 5वीं की हसीना, ऋतु और प्रिया को प्रथम स्थान मिला।

चित्रकला के माध्यम से शहीदों को श्रद्धांजलि
कारगिल विजय दिवस के अवसर पर आयोजित चित्रकला प्रतियोगिता में बच्चों ने वीर सैनिकों की बहादुरी को चित्रों के माध्यम से अभिव्यक्त किया।
इस प्रतियोगिता में कक्षा 3 के देवांश ने प्रथम स्थान हासिल किया।

पौध वितरण और ‘सुरक्षित शनिवार’ जागरूकता अभियान

स्कूल की ओर से सभी विद्यार्थियों को पौधे वितरित किए गए और उन्हें उनके संरक्षण की जिम्मेदारी दी गई।
इसके अतिरिक्त ‘सुरक्षित शनिवार’ के तहत डेंगू और मलेरिया जैसे मौसमी रोगों पर पोस्टर प्रदर्शनी व चर्चा के माध्यम से बच्चों को जागरूक किया गया। उन्हें इन बीमारियों के लक्षण, रोकथाम और उपचार के बारे में जानकारी दी गई।

संस्कृति और सुरक्षा का मिला संदेश
कार्यक्रम के समापन पर शिक्षिका श्रीमती कोनिका सोनी ने बच्चों को हरेली पर्व का महत्व, हरियाली और पारंपरिक खेलों की भूमिका तथा स्वास्थ्य जागरूकता से जुड़ी जानकारी देकर कार्यक्रम को शिक्षाप्रद रूप में संपन्न किया।