
श्रीराम मंदिर पदुमतरा में संस्कृत भारती बाल केंद्र का शुभारंभ
बाल संस्कार व संवाद के माध्यम से बच्चों में संस्कृत के प्रति रुचि विकसित करने का प्रयास
पदुमतरा स्थित श्रीराम मंदिर परिसर में संस्कृत भारती बाल केंद्र का शुभारंभ उत्साहपूर्वक किया गया। यह केंद्र प्रत्येक शनिवार को संचालित होगा, जिसमें बच्चों को रोचक व सरल ढंग से संस्कृत भाषा, श्लोक, क्रीड़ा, कथा, संभाषण और भारतीय संस्कृति की शिक्षा दी जाएगी।
इस अवसर पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के जिला प्रचारक पुष्पेन्द्र निषाद ने कहा कि “संस्कृत केवल पूजा-पाठ या श्लोकों तक सीमित नहीं है, बल्कि यह हमारी संपूर्ण संस्कृति की संवाहक भाषा है। आज जर्मनी जैसे देश भी संस्कृत को अपनाकर शिक्षा में इसका उपयोग कर रहे हैं।”
संघ के सह-खंड संघचालक ओमकार यादव ने बाल्यकाल की संस्कृत-प्रेम की स्मृतियों को साझा करते हुए कहा कि इस प्रकार के प्रयासों से बच्चों का भविष्य संस्कारित और उज्ज्वल होगा।
पूर्व सरपंच एवं जनपद प्रतिनिधि मोहन कुमार साहू ने कहा, “संस्कृत हमारी प्राचीन धरोहर है, जो विलुप्ति की ओर थी, लेकिन अब जागरूकता के चलते यह फिर से जनभाषा बनने की ओर अग्रसर है।”
टेकराम साहू ने बाल केंद्र में अधिक से अधिक बच्चों की भागीदारी की अपील की और संस्कृत शिक्षा को जीवन में आवश्यक बताया।
कार्यक्रम में शिक्षक संतोष कुमार वर्मा एवं रामचंद साहू द्वारा संस्कृत की उपयोगिता पर प्रकाश डालते हुए बच्चों को सरलता से इस भाषा को अपनाने हेतु प्रेरित किया गया।
इस अवसर पर दीनू राम साहू, संजय साहू, राकेश गौतम, हरिकिशन सेन सहित अनेक स्वयंसेवक उपस्थित रहे। कुल 15 बालिकाओं एवं 11 बालकों ने इस शुभ अवसर पर संस्कृत अध्यापन सत्र में भाग लेकर आयोजन को सफल बनाया।
कार्यक्रम के अंत में सभी अतिथियों एवं उपस्थितजनों के प्रति आभार व्यक्त किया गया।