रिपोर्ट – अनमोल कुमार, मधेपुरा
मधेपुरा के शिवपुरी मोहल्ला स्थित चित्रगुप्त मंदिर सभागार में प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय द्वारा सात दिवसीय “तनाव प्रबंधन एवं सकारात्मक जीवन शैली (अलविदा तनाव)” विषय पर राजयोग मेडिटेशन अनुभूति शिविर का भव्य शुभारंभ हुआ। दीप प्रज्वलन कर कार्यक्रम की शुरुआत क्षेत्रीय प्रभारी ब्रह्माकुमारी रंजू दीदी, बबीता दीदी, समाजसेवी डॉ. भूपेंद्र नारायण मधेपुरी सहित कई विशिष्ट अतिथियों ने की।
रंजू दीदी ने अपने उद्बोधन में कहा कि नकारात्मक विचार ही तनाव की जड़ हैं। सकारात्मक विचारों से न केवल मन शांत होता है, बल्कि समस्याओं का समाधान भी स्वतः मिलने लगता है। उन्होंने कहा कि राजयोग के अभ्यास से स्मृति, वृत्ति और दृष्टिकोण में सकारात्मकता आती है, जो जीवन को दिशा देती है।
राजयोगिनी बबीता दीदी ने कहा कि सकारात्मक सोच तनाव मुक्ति की संजीवनी बूटी है। आध्यात्मिक ज्ञान और परमपिता परमात्मा से जुड़ाव ही सच्चा आत्मबल प्रदान करता है।
मुख्य अतिथि डॉ. भूपेंद्र नारायण मधेपुरी ने कहा कि जीवन में नैतिक मूल्यों को अपनाना ही सच्ची शिक्षा है। लालच, भ्रम और बेईमानी जैसी नकारात्मक प्रवृत्तियां समाज को खोखला कर रही हैं। उन्होंने आह्वान किया कि समाज को नैतिकता के मार्ग पर चलना चाहिए।
सेवा केंद्र प्रभारी दुर्गा बहन ने कहा कि नियमित राजयोग अभ्यास से ही मनोबल और आत्मबल में वृद्धि होती है। आत्मा और परमात्मा के मधुर मिलन का साधन ही राजयोग है।
कार्यक्रम संचालन ब्रह्माकुमार किशोर भाई ने किया। इस अवसर पर ओम प्रकाश सर्राफ, डॉक्टर एन.के. निराला, संतोष सुल्तानिया, महेंद्र रजक, प्रदीप श्रीवास्तव, कौशल्या दीदी, अजय भाई, अयोध्या भाई समेत सैकड़ों श्रद्धालु उपस्थित थे