
रिपोर्ट – एस.एन. श्याम / अनमोल कुमार
पटना। राजधानी पटना में अपराधियों के हौसले एक बार फिर बेकाबू हो गए हैं। बुधवार सुबह बेखौफ बदमाशों ने इलाजरत कुख्यात अपराधी चंदन मिश्रा की अस्पताल के अंदर घुसकर गोलियों से हत्या कर दी। दूसरी ओर, देर रात दानापुर में एक छात्र की धारदार हथियार से निर्मम हत्या कर दी गई। दोनों घटनाओं ने पुलिस गश्ती और सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
अस्पताल में सशस्त्र बदमाशों का धावा
जानकारी के अनुसार, बक्सर निवासी सजायाफ्ता अपराधी चंदन मिश्रा, जो बेऊर जेल में फांसी की सजा काट रहा था, बीमारी के चलते पैरोल पर बाहर आकर पारस हॉस्पिटल में इलाजरत था। बुधवार सुबह लगभग 5 अपराधी हथियारों से लैस होकर अस्पताल में दाखिल हुए। चार अपराधी वार्ड की ओर बढ़े जबकि एक बाहर निगरानी करता रहा।
बदमाशों ने कमर से पिस्तौल निकालते हुए सीधे चंदन मिश्रा के कमरे में घुसकर ताबड़तोड़ गोलियां चलाईं, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। गोलीबारी के बाद सभी अपराधी आराम से बाहर निकलकर फरार हो गए।
डीजीपी विनय कुमार के अनुसार, चंदन मिश्रा पर दो दर्जन से अधिक संगीन आपराधिक मामले दर्ज थे।
आईजी जितेंद्र राणा ने शक जताया है कि अस्पताल के सुरक्षाकर्मियों और हमलावरों के बीच आंतरिक साठगांठ हो सकती है। इसी संदेह में 10 सुरक्षाकर्मियों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है।
दानापुर में छात्र की बेरहमी से हत्या
दूसरी घटना शाहपुर थाना क्षेत्र के हथियाकंद गांव की है, जहां देर रात 20 वर्षीय छात्र शिवम उर्फ बंटी की उसके ही घर के दरवाजे पर धारदार हथियार से हत्या कर दी गई। हमलावरों ने उसे बेरहमी से मार डाला और फरार हो गए।
स्थानीय लोगों का कहना है कि क्षेत्र में पुलिस गश्ती की भारी कमी है, जिससे अपराधियों के हौसले बुलंद हैं।
घटना की सूचना पर थानाध्यक्ष मनीष आनंद व सिटी एसपी (वेस्ट) भानु प्रताप सिंह मौके पर पहुंचे। सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे हैं और पुलिस ने जल्द आरोपियों की गिरफ्तारी का आश्वासन दिया है।
सवालों के घेरे में सुरक्षा व्यवस्था
राजधानी में 12 घंटे के भीतर दो हत्याएं होने से आम नागरिकों में दहशत है। वहीं अस्पताल जैसे सुरक्षित माने जाने वाले स्थान में दिनदहाड़े हत्या की घटना ने कानून-व्यवस्था की पोल खोल दी है।