✍️ लाल टोपी राजू सोनी
स्थान – राजनांदगांव, छत्तीसगढ़
डोंगरगांव विकासखंड अंतर्गत ग्राम तिलईरवार के दो युवा—27 वर्षीय मनोज सिन्हा और 22 वर्षीय नीतू चंद्रवंशी—की रहस्यमय परिस्थितियों में मौत का मामला अब राजनांदगांव जिले में चर्चा का विषय बन गया है। चार दिन पहले दोनों के परिजनों ने गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी, लेकिन जून महीने की अंतिम तारीख को जो खबर आई, वह दोनों ही परिवारों को शोकसागर में डुबो गई।
मनोज एक च्वाइस सेंटर चलाता था और नीतू एक निजी स्कूल में शिक्षिका थी। प्रारंभिक जानकारी के अनुसार दोनों परिवारों के बीच सौहार्दपूर्ण संबंध थे। लेकिन महादेव डोगरी के जंगल में जिस प्रकार इन दोनों के शव मिले—मनोज अर्धनग्न अवस्था में फांसी पर लटका हुआ और नीतू पूरी तरह निर्वस्त्र अवस्था में उसके नीचे मृत पाई गई—उसने पूरे मामले को शक के घेरे में ला खड़ा किया है।
मनोज की शादी महज़ चार माह पहले ही हुई थी। फिर ऐसा क्या कारण रहा कि दोनों इस हद तक चले गए? क्या यह आत्महत्या थी या कोई सोची-समझी साज़िश? पुलिस मामले की गहराई से जांच में जुटी है और फॉरेंसिक व तकनीकी साक्ष्य जुटाए जा रहे हैं।
स्थानीय निवासियों का मानना है कि मामला आत्महत्या से कहीं अधिक गंभीर हो सकता है। घटनास्थल की परिस्थितियां कई सवाल खड़े करती हैं—क्या यह संबंधों का ट्रैजिक अंत है या कोई तीसरा पक्ष इसमें शामिल है?
राजनांदगांव जिले में बीते कुछ महीनों में गोलीकांड, पानी विवाद, फर्जी बाबा और पुलिस से जुड़े मामलों की श्रृंखला ने प्रशासन की कार्यप्रणाली पर प्रश्नचिह्न लगाए हैं। अब यह प्रेम संबंध के नाम पर दर्ज यह प्रकरण ‘प्रेमकांड’ बनकर सामने आया है जिसने दो परिवारों की दुनिया उजाड़ दी है।
महिला के शरीर पर किसी तरह की चोट के निशान मिले या नहीं, इसकी पुष्टि पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही हो सकेगी। पुलिस ने मर्ग कायम कर जांच शुरू कर दी है।
आज जब समाज में युवा अपने भविष्य के लिए संघर्षरत हैं, ऐसे घटनाएं कहीं न कहीं सामाजिक और मानसिक स्वास्थ्य की स्थिति पर भी सवाल उठाती हैं।
“हाथों की मेहंदी अभी सूखी भी नहीं थी और जंगल में सुहाग उजड़ गया।”
आख़िर सच क्या है—प्रेम, धोखा या हत्या? इस रहस्य पर से पर्दा उठना बाकी है।