

रिपोर्टर -शशिकांत सनसनी बलरामपुर छत्तीसगढ़
बलरामपुर जिले में 29 जुलाई को हुई हत्या की गुत्थी को पुलिस ने सुलझा लिया है।
घरेलू विवाद और पारिवारिक कलह के चलते एक महिला ने अपने ही पति को बेरहमी से मौत के घाट उतार दिया।
हत्या का तरीका चौंकाने वाला था — महिला ने पहले पति के हाथ-पैर बांधे, फिर करंट लगाकर उसकी जान ले ली।
घटना के बाद आरोपी महिला को गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया गया है।
ये पूरा मामला सिटी कोतवाली थाना क्षेत्र के अधौरा गांव का है।
जहां 29 जुलाई की रात 50 वर्षीय मनोज गुप्ता की लाश उसकी पहली पत्नी पार्वती गुप्ता के घर से अर्धनग्न हालत में बरामद की गई।
पुलिस को शक तब हुआ जब पार्वती ने स्थानीय जनप्रतिनिधि धीरज सिंह देव को फोन कर बताया कि उसे और उसके पति दोनों को करंट लगा है।
धीरज सिंह जब मौके पर पहुंचे तो घर का दरवाज़ा अंदर से बंद था और अजीब आवाजें आ रही थीं।
उन्होंने तुरंत पुलिस को बुलाया।
पुलिस ने दरवाजा तोड़ने की चेतावनी दी, तब जाकर पार्वती ने दरवाजा खोला — और अंदर का दृश्य देखकर सभी दंग रह गए।
संतोष गुप्ता (मृतक का भाई):
“हमको तो पहले से शक था, भाई को अक्सर धमकी देती थी। जो हुआ वो बेहद दर्दनाक है।”
पुलिस जब अंदर दाखिल हुई तो देखा कि मनोज गुप्ता अर्धनग्न हालत में, हाथ-पैर बंधे हुए पड़े थे।
शरीर पर जगह-जगह झुलसने के निशान थे और पास में बिजली के तार भी पड़े हुए थे।
घटना के बाद पार्वती मौके पर ही बेहोश होकर गिर पड़ी, जिसे भी पुलिस अस्पताल ले गई।
उधर, मृतक की दूसरी पत्नी चांदनी पण्डो का बयान भी सामने आया है — जिनका कहना है कि
मनोज बिजली का काम करने की बात कहकर गया था, लेकिन देर रात तक न कोई खबर मिली और न ही कॉल उठा।
चांदनी पण्डो (मृतक की दूसरी पत्नी):
“उन्हें किसी ने बुलाया था बिजली सुधारने… फिर ना कोई खबर आई, ना कॉल उठा… और सुबह हमें उनकी मौत की खबर मिली।”
मृतक के परिजनों और दूसरी पत्नी ने साफ तौर पर पार्वती गुप्ता पर हत्या का आरोप लगाया है।
मनोज की दूसरी शादी के बाद से दोनों पत्नियों के बीच तनाव और विवाद लगातार बढ़ता जा रहा था।
घटना के बाद पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा और फॉरेंसिक टीम जांच में जुटी।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट और तकनीकी जांच के बाद हत्या की पुष्टि हुई, जिसके बाद पार्वती को गिरफ्तार किया गया।
पूछताछ में महिला ने अपना जुर्म कबूल कर लिया, और पुलिस ने उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया।
याकूब मेनन (एसडीओपी बलरामपुर):
“पूरे मामले की जांच वैज्ञानिक दृष्टिकोण से की गई। पोस्टमार्टम और साक्ष्यों के आधार पर महिला ने अपना अपराध कबूल किया है।”
पति की दूसरी शादी बर्दाश्त नहीं कर पाने वाली पार्वती गुप्ता ने जो कदम उठाया, उसने रिश्तों और कानून — दोनों को शर्मसार कर दिया।
अब सवाल यह है कि क्या घरेलू विवाद की आग इतनी भयावह हो सकती है कि एक पत्नी अपने ही पति की निर्मम हत्या कर दे?
पुलिस ने आरोपी को सलाखों के पीछे भेज तो दिया है, लेकिन यह घटना समाज को सोचने पर मजबूर जरूर कर रही है।