फर्जी ST प्रमाण पत्र से सरकारी नौकरी का बड़ा खुलासा, सामाजिक कार्यकर्ता ने FIR की मांग की

रिपोर्टर – शशिकांत सनसनी विशेष संवाददाता

फर्जी ST प्रमाण पत्र से सरकारी नौकरी का बड़ा खुलासा
शिक्षिका असीमा बर्मन पर फर्जीवाड़े का आरोप, सामाजिक कार्यकर्ता ने FIR की मांग की

मुंगेली जिले में फर्जी जाति प्रमाण पत्र के आधार पर शासकीय शिक्षक पद प्राप्त करने का गंभीर मामला उजागर हुआ है। श्रीमती असीमा बर्मन, जो वर्तमान में शिक्षक पद पर कार्यरत हैं, पर आरोप है कि उन्होंने स्वयं को अनुसूचित जनजाति (ST) वर्ग का बताकर फर्जी प्रमाण पत्र के माध्यम से नौकरी हासिल की है।

इस मामले की शिकायत सामाजिक कार्यकर्ता श्री जयदीप रोबिनसन द्वारा जिला कलेक्टर, मुंगेली को सौंपी गई है। शिकायत में उन्होंने स्पष्ट रूप से उल्लेख किया है कि असीमा बर्मन का वास्तविक सामाजिक वर्ग अनुसूचित जनजाति नहीं है, और “बर्मन (ST)” जाति प्रमाण पत्र पूर्णतः फर्जी है।

📌 इन धाराओं में मामला बनता है:

यह प्रकरण भारतीय दंड संहिता (IPC) के तहत गंभीर आपराधिक कृत्य माना जा सकता है। संभावित धाराएं निम्नलिखित हैं:

धारा 420 – धोखाधड़ी द्वारा लाभ प्राप्त करना
धारा 468 – जाली दस्तावेज तैयार करना
धारा 471 – फर्जी दस्तावेज का प्रयोग करना
धारा 120B – आपराधिक साजिश रचना
📢 शिकायतकर्ता की मुख्य मांगें:

  1. असीमा बर्मन का जाति प्रमाण पत्र तत्काल निरस्त किया जाए।
  2. फर्जी प्रमाण पत्र के आधार पर प्राप्त शासकीय सेवा समाप्त की जाए।
  3. आरोपी के विरुद्ध पुलिस में FIR दर्ज कर गिरफ्तारी की कार्रवाई हो।

📣 प्रणाली का दुरुपयोग और योग्य उम्मीदवारों से अन्याय

श्री जयदीप रोबिनसन ने कहा कि यह मामला केवल व्यक्तिगत लाभ का नहीं, बल्कि संवैधानिक आरक्षण नीति के दुरुपयोग का प्रतीक है। यदि ऐसे मामलों पर शीघ्र व कठोर कार्रवाई नहीं हुई, तो यह समाज के कमजोर वर्गों के अधिकारों का लगातार हनन करेगा।

✅ प्रशासन से निष्पक्ष जांच की मांग

शिकायतकर्ता ने जिला प्रशासन, आदिवासी विकास विभाग और राज्य शासन से मांग की है कि वे इस मामले को गंभीरता से लें और निष्पक्ष, समयबद्ध जांच करते हुए दोषियों पर सख्त कानूनी कार्रवाई सुनिश्चित करें।