नक्सल मोर्चे पर बड़ी सफलता,दंडकारण्य स्पेशल जोनल कमेटी के सदस्य नक्सली दंपत्ति ने किया आत्मसमर्पण

जगदलपुर / विशेष संवाददाता

नक्सल उन्मूलन के मोर्चे पर तेलंगाना पुलिस को एक ऐतिहासिक सफलता हाथ लगी है। पहली बार दंडकारण्य स्पेशल जोनल कमेटी (DKSZC) जैसे रणनीतिक स्तर पर सक्रिय संगठन से जुड़े एक नक्सली दंपत्ति ने पुलिस के सामने आत्मसमर्पण किया है।
पुलिस सूत्रों के अनुसार, आत्मसमर्पण करने वालों में
🔸 माला संजीव उर्फ लेंगू दादा
🔸 और उसकी पत्नी दीना
शामिल हैं।
🔍 45 वर्षों से सक्रिय था नक्सली दंपत्ति
लेंगू दादा बीते 45 वर्षों से नक्सल संगठन से जुड़ा रहा है और संगठन की चेतना नाट्य मंडली (Cultural Wing) का भी एक महत्वपूर्ण सदस्य था। यह विंग गांव-गांव में संगठन की विचारधारा प्रचारित करने का काम करती थी।
इसके साथ ही, वह दंडकारण्य स्पेशल जोनल कमेटी का एक सक्रिय सदस्य था — जो नक्सल संगठन की रणनीतिक योजना इकाई मानी जाती है।
उसकी पत्नी दीना भी वर्षों से इसी इकाई में महिला विंग के साथ सक्रिय रही है।
📍 छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र और तेलंगाना के जंगलों में चला अभियान
इस नक्सली दंपत्ति ने छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र और तेलंगाना के घने जंगलों में संगठन के लिए लम्बे समय तक काम किया। पुलिस अधिकारियों के अनुसार, यह आत्मसमर्पण संगठन के अंदर चल रही आंतरिक कलह, नेतृत्व संकट और दबाव रणनीतियों का परिणाम है।
🛡️ पुलिस व सुरक्षाबलों की रणनीतिक जीत
राज्य पुलिस ने इसे एक महत्वपूर्ण रणनीतिक उपलब्धि बताया है, जो नक्सल नेटवर्क को तोड़ने के लिए चल रहे दीर्घकालिक अभियानों में एक निर्णायक क्षण के रूप में देखा जा रहा है।
🤝 पुनर्वास योजना के तहत मिलेगी सहायता
समर्पण के बाद दोनों को सरकारी पुनर्वास नीति के अंतर्गत सुरक्षा, आश्रय, और पुनः समाज में स्थापित करने के लिए सहायता प्रदान की जाएगी।
यह आत्मसमर्पण न केवल सुरक्षा बलों की सूझबूझ और रणनीति का परिणाम है, बल्कि यह इस ओर भी संकेत करता है कि नक्सली संगठन अब अंदर से टूट रहा है।