बिना मान्यता के सीबीएसई करिकुलम की पढ़ाई: बच्चों के भविष्य से खिलवाड़, प्रशासन मौन, शिक्षा विभाग श्रृंखला – सात

विशेष रिपोर्टर शशिकांत सनसनी राजनांदगांव।
छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री वर्तमान में विधानसभा अध्यक्ष और राजनांदगाँव के विधायक डॉ रमन सिंह के विधानसभा क्षेत्र में शिक्षा विभाग लगातार नियंमो की धज्जिया उड़ाते दिखाई दे रहे हैँ जिसका उदहारण आपको बता रहे हैँ
शहर में शिक्षा के नाम पर खुलेआम भ्रम फैलाया जा रहा है, और जिला प्रशासन आंखें मूंदे बैठा है। सनसिटी कंचनबाग स्थित श्री चैतन्य टेक्नो स्कूल बिना सीबीएसई की मान्यता के खुद को सीबीएसई करिकुलम आधारित स्कूल बताकर सातवीं कक्षा तक शिक्षा संचालित कर रहा है।

छत्तीसगढ़ पैरेंट्स एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष क्रिस्टोफर पॉल ने कलेक्टर, पुलिस अधीक्षक और जिला शिक्षा अधिकारी को इस संबंध में लिखित शिकायत सौंपी है। शिकायत में कहा गया है कि स्कूल प्रबंधन द्वारा सीबीएसई करिकुलम की झूठी जानकारी देकर अभिभावकों को गुमराह किया जा रहा है।

भ्रमित अभिभावक, असुरक्षित भविष्य

पॉल का आरोप है कि स्कूल द्वारा “सीबीएसई पैटर्न”, “सीबीएसई करिकुलम” जैसे आकर्षक शब्दों का उपयोग कर पालकों को प्रभावित किया जा रहा है, जबकि स्कूल को केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) से कोई संबद्धता प्राप्त नहीं है। अभिभावकों से दस्तावेज मांगने पर कोई प्रमाण नहीं दिया जा रहा, जिससे भ्रम की स्थिति बनी हुई है।

प्रशासनिक चुप्पी और राजनीतिक दबाव

शिकायत के बावजूद प्रशासन अब तक कार्रवाई शुरू नहीं कर पाया है। सूत्रों का कहना है कि राजनीतिक हस्तक्षेप के चलते जांच ठंडे बस्ते में डाल दी गई है। न तो शिक्षा विभाग गंभीरता दिखा रहा है, और न ही किसी राजनीतिक दल ने अब तक इस विषय पर कोई प्रतिक्रिया दी है।

बड़े नाम, खाली दावे

राजनांदगांव में बड़े-बड़े नाम वाले स्कूल बिना वैधानिक अनुमति के संचालित हो रहे हैं। ये न केवल पालकों की जेब पर भारी पड़ रहे हैं, बल्कि बच्चों के भविष्य से भी खिलवाड़ कर रहे हैं।

छत्तीसगढ़ पैरेंट्स एसोसिएशन ने मांग की है कि स्कूल की मान्यता, पाठ्यक्रम और शिक्षकों की योग्यता की तत्काल जांच कर स्कूल प्रबंधन के विरुद्ध कानूनी कार्रवाई की जाए।