डॉ.भीमराव आंबेडकर के चित्र पर कीचड़ फेंकने की घटना से बौद्ध समाज आक्रोशित, दी उग्र आंदोलन की चेतावनी, डोंगरगढ़ मे तनाव का मौहल


राजनांदगांव (छत्तीसगढ़), दिनांक 12 जुलाई 2025
धर्मनगरी डोंगरगढ़ में डॉ. भीमराव आंबेडकर के चित्र के अपमान से जनाक्रोश की स्थिति बन गई है। नगर के प्रवेश द्वार पर स्थापित आंबेडकर जी के चित्र पर अज्ञात असामाजिक तत्वों द्वारा कीचड़ फेंक कर अपमान किया गया, जिससे बौद्ध समाज की धार्मिक भावना को गहरा आघात पहुंचा है।
घटना डोंगरगढ़ नगर के बधिया टोला मार्ग पर बने डॉ. भीम राव आंबेडकर द्वार की है, जिसे लोक निर्माण विभाग द्वारा विकसित किया गया था। इस द्वार पर डॉ. आंबेडकर का चित्र भी स्थापित किया गया है। बीती रात अज्ञात व्यक्तियों ने इस चित्र पर कीचड़ फेंक दिया।
सुबह जब लोगों की नजर इस पर पड़ी, तो समाज में गहरी नाराज़गी फैल गई। बौद्ध समाज के लोगों ने विरोध प्रदर्शन करते हुए करीब दो घंटे तक रास्ता अवरुद्ध कर दिया, जिससे चक्का जाम जैसी स्थिति उत्पन्न हो गई। प्रदर्शनकारियों ने प्रशासन से तत्काल सख्त कार्रवाई की मांग की और चेतावनी दी कि यदि दोषियों पर कड़ी कार्यवाही नहीं हुई, तो उग्र आंदोलन किया जाएगा।
घटना की सूचना मिलते ही एसडीओपी आशीष कुंजाम एवं थाना प्रभारी उपेन्द्र कुमार शाह पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे। उन्होंने प्रदर्शनकारियों से बातचीत की और निष्पक्ष जांच कर दोषियों पर शीघ्र कार्रवाई का आश्वासन दिया, जिसके बाद मामला शांत हुआ।
प्रमुख बिंदु:
घटना डोंगरगढ़ के बधिया टोला मार्ग स्थित आंबेडकर द्वार की।
डॉ. आंबेडकर के चित्र पर फेंका गया कीचड़।
दो घंटे तक रहा विरोध प्रदर्शन, रास्ता अवरुद्ध।
मौके पर पहुंचे अधिकारी, जांच का आश्वासन।
कार्रवाई न होने पर दी उग्र आंदोलन की चेतावनी।
बौद्ध समाज के स्थानीय प्रतिनिधियों ने कहा कि “यह केवल एक चित्र का अपमान नहीं, बल्कि पूरे समाज की आस्था पर हमला है।” उन्होंने जिला प्रशासन से दोषियों की जल्द पहचान कर सख्त सज़ा देने की मांग की है।
प्रशासन का बयान:
पुलिस प्रशासन ने बताया है कि घटनास्थल से सबूत जुटाए जा रहे हैं, आसपास के सीसीटीवी फुटेज भी खंगाले जा रहे हैं। जल्द ही आरोपियों की पहचान कर कानूनी कार्रवाई की जाएगी।