उर्वरक की कालाबाजारी पर प्रशासन की सख्त कार्रवाई — दो किराना व्यापारियों पर एफआईआर दर्ज

शशिकांत सनसनी राजनांदगांव, छत्तीसगढ़
मुख्य बातें:
▪️ कलेक्टर डॉ. सर्वेश्वर भुरे के निर्देश पर जिला व ब्लॉक स्तर पर गठित निगरानी दल
▪️ बिना लाइसेंस महंगे दामों पर यूरिया बेचते पाए गए दो किराना व्यापारी
▪️ 61 बोरी यूरिया, 3 बोरी एमओपी और 3 बोरी सागरिका जब्त
▪️ एफआईआर दर्ज, आवश्यक वस्तु अधिनियम के तहत कार्यवाही

राजनांदगांव जिले में उर्वरक की कालाबाजारी के खिलाफ प्रशासन ने बड़ी कार्यवाही करते हुए दो व्यापारियों पर एफआईआर दर्ज की है। कलेक्टर डॉ. सर्वेश्वर नरेन्द्र भुरे के निर्देश पर गठित निगरानी दल ने छुरिया और राजनांदगांव विकासखंड के दो अलग-अलग गांवों में यूरिया की अवैध बिक्री के मामले पकड़े हैं।

पहला मामला छुरिया विकासखंड के ग्राम कल्लूबंजारी का है, जहां पटेल किराना दुकान के संचालक द्वारा बिना अनुज्ञप्ति के ऊंची दरों पर यूरिया की बिक्री की जा रही थी।
दूसरा मामला ग्राम बरगाही (राजनांदगांव विकासखंड) का है, जहां साहू किराना स्टोर में भी ऐसी ही कालाबाजारी पकड़ी गई।

संयुक्त टीम की दबिश के दौरान बरगाही में 61 बोरी यूरिया, 3 बोरी एमओपी और 3 बोरी सागरिका जब्त किए गए। दोनों मामलों में आवश्यक वस्तु अधिनियम का उल्लंघन करने पर एफआईआर दर्ज कर ली गई है।
उपसंचालक कृषि टीकम सिंह ठाकुर ने कहा:
“किसानों को खाद सहकारी समितियों के माध्यम से नियमित रूप से उपलब्ध कराया जा रहा है। कृपया कोई भी किसान ऊंचे दामों पर खाद न खरीदे और कालाबाजारी की सूचना तत्काल अपने विकासखंड के वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी या उर्वरक निरीक्षक कार्यालय को दे। शिकायतों पर त्वरित कार्यवाही की जाएगी।”
कार्यवाही में सम्मिलित अधिकारीगण:
संध्या कोचरे – सहायक संचालक कृषि,रमशिला गौरकर – उर्वरक निरीक्षक,नीलिमा रामटेके – क्षेत्रीय मैदानी अधिकारी,मिथलेश साहू – शाखा प्रभारी,विकास वासनिक – क्षेत्रीय पटवारी,संतलाल देशलहरे – अनुविभागीय कृषि अधिकारी,जीपी सहाड़े – फर्टिलाइजर इंस्पेक्टर
प्रशासन की यह त्वरित कार्यवाही स्पष्ट संकेत है कि **