
शशिकांत सनसनी गरियाबंद, छत्तीसगढ़
गरियाबंद जिले के आदिवासी कन्या आश्रम में पढ़ने वाली कक्षा 4 की 12 छात्राओं के साथ शिक्षिका द्वारा मारपीट का सनसनीखेज मामला सामने आया है। आरोप है कि शिक्षिका शिवानी मिश्रा ने छात्राओं को कमरे में बंद कर बेरहमी से पीटा।
जब परिजन बच्चों से मिलने आश्रम पहुंचे, तो छात्राओं ने अपने शरीर पर लगे चोट के निशान दिखाते हुए पूरी घटना की जानकारी दी। इसके बाद आक्रोशित परिजनों ने आदिवासी परिषद के साथ मिलकर कलेक्टर और एसपी को ज्ञापन सौंपते हुए शिक्षिका पर कानूनी व अनुशासनात्मक कार्रवाई की मांग की।
समाज में बढ़ते रोष को देखते हुए प्रशासन ने तत्काल प्रभाव से आरोपी शिक्षिका को आश्रम से हटा दिया है और घटना की जांच के लिए एक कमेटी का गठन भी कर दिया गया है।
संजय नेताम, जिला पंचायत सदस्य:
“छात्राओं के साथ हुई यह घटना बेहद निंदनीय है। हम दोषी पर सख्त कार्यवाही की माँग करते हैं, ताकि दोबारा ऐसी घटना न हो।”
भगवान सिंह उईके, कलेक्टर गरियाबंद:
“घटना की गंभीरता को देखते हुए शिक्षिका को हटाया गया है। एक उच्च स्तरीय जांच कमेटी बनाई गई है, जो जल्द अपनी रिपोर्ट देगी। दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा।”
जितेंद्र चंद्राकर, एडिशनल एसपी:
“छात्राओं और परिजनों के बयान दर्ज किए जा रहे हैं। मामले की निष्पक्ष जांच कर उचित कानूनी कार्रवाई की जाएगी।”
आदिवासी कन्या आश्रम की छात्राओं से मारपीट का यह मामला न केवल शिक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े करता है, बल्कि बच्चों की सुरक्षा को लेकर भी गंभीर चिंता पैदा करता है। अब देखने वाली बात होगी कि जांच में दोषी कौन निकलता है और क्या छात्राओं को न्याय मिल पाता है।