थाना बागनदी पुलिस ने वर्ष 2022 में घटित एक अज्ञात शव की हत्या की गुत्थी को सुलझा लिया है। यह हत्या मृतक के ही बड़े भाई अनिल पारधी और भाभी कांति पारधी ने की थी। घरेलू विवाद और आपसी मनमुटाव के चलते आरोपियों ने हसिया से वार कर महेन्द्र कपूर पारधी की हत्या कर दी थी और फिर उसके शव को जंगल में ले जाकर जला दिया था।
🔍 घटना का विवरण:
दिनांक 10 दिसंबर 2022 को बागनदी थाना क्षेत्र के फत्तेगंज जंगल स्थित सूखा नाला में एक अधजला शव मिलने की सूचना पुलिस को मिली थी। जांच में पता चला कि शव महेन्द्र कपूर पारधी (निवासी ग्राम फत्तेगंज) का है, जो घटना के कुछ दिन पहले से लापता था। डीएनए परीक्षण के जरिए शव की पहचान की पुष्टि हुई।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट में यह स्पष्ट हुआ कि मृतक की हत्या कर शव को जलाया गया था। मामला गंभीर होने के चलते धारा 302, 201, 34 भादवि के तहत अपराध क्रमांक 04/2023 दर्ज कर जांच शुरू की गई।
🕵️♂️ पुलिस पूछताछ में किया हत्या का खुलासा:
पूछताछ के दौरान आरोपी अनिल पारधी ने जुर्म स्वीकार करते हुए बताया कि मृतक महेन्द्र शराब पीकर अक्सर परिवार को परेशान करता था। घटना वाले दिन भी महेन्द्र ने आरोपी की झोपड़ी में घुसकर झगड़ा किया और मारपीट पर उतर आया। इसी दौरान अनिल ने आत्मरक्षा और गुस्से में आकर हसिए से महेन्द्र पर वार कर दिया, जिससे उसकी मौत हो गई। फिर आरोपी और उसकी पत्नी ने शव को जंगल में ले जाकर जलाने की साजिश रची।
🔧 सबूत बरामद व गिरफ्तारी:
आरोपी की निशानदेही पर हत्या में प्रयुक्त हसिया बरामद किया गया। दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया गया, जहां से उन्हें न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया।
👮♂️ पुलिस टीम की सराहनीय भूमिका:
इस जटिल मामले को सुलझाने में थाना प्रभारी विजय मिश्रा सहित पुलिस टीम – सउनि विनोद वर्मा, आरक्षक भूपेन्द्र तुमरेकी, दीपक साहू एवं विक्रम चंद्रवंशी की महत्वपूर्ण भूमिका रही।
गिरफ्तार आरोपी:
- अनिल पारधी (35 वर्ष) – ग्राम देवरी, थाना रतनपुर, जिला बिलासपुर; वर्तमान निवासी – ग्राम सड़क बंजारी, थाना छुरिया।
- कांति पारधी उर्फ कांति पवार (30 वर्ष) – पत्नि अनिल पारधी, ग्राम देवरी, थाना रतनपुर; वर्तमान निवासी – ग्राम सड़क बंजारी, थाना छुरिया।