शासकीय स्कूलों में भोजन पकाने वाले रसोईयों एव सहायिका का प्रदर्शन…..11 सूत्रीय माँगो को लेकर धरने पर बैठे……

शशिकांत सनसनी

छत्तीसगढ़ मध्यान भोजन मजदूर एकता यूनियन के बैनर तले स्कूल के रसोईया व सहायिका अपनी 11 सूत्रीय माँगो को सात दिन हड़ताल पर चले गए है….3 से 9 जुलाई तक धमतरी जिले के प्राथमिक एव माध्यामिक स्कूल में कार्यरत रसोइया एव सहायिका हड़ताल पर रहेगी…3 से 8 जुलाई तक संकुल स्तर पर सुबह 10 से 3 बजे तक प्रदर्शन करेंगे…वही 9 जुलाई को जिला स्तरीय प्रदर्शन गाँधी मैदान में किया जाएगा…वही प्रदर्शन के दौरान स्कूलों में मध्यान भोजन का काम प्रभावित होगा….।

.दरअसल संघ के अध्यक्ष समीर कुरैशी ने बताया कि छत्तीसगढ़ शासन दुवारा शिक्षा विभाग में प्राथमिक एव माध्यमिक शालाओं में मध्यान भोजन पकाने के कार्य मे कार्यरत रसोइया एव सहायिकाओं को मात्र 2000 रु अल्प मानदेय में परिवार चलाना पड़ रहा है…लेकिन राज्य शासन चुनाव के पूर्व किये गए 50 प्रतिशत मानदेय बढ़ोतरी के वादा भूल चुके है…वही लोक शिक्षण संचनालय दुवारा 27 मई 2025 के निर्देश के अनुसार धमतरी जिले सहित कुल 10,463 शालाओं को युक्तिकरण किया जा रहा है…छत्तीसगढ़ मध्यान भोजन मजदूर एकता यूनियन की जिला समिति ने निर्णय अनुसार 3 जुलाई से 8 जुलाई तक धमतरी जिला के समस्त प्राथमिक एव माध्यमिक शालाओं के रसोइया एव सहायिका संकुल स्तरीय विरोध प्रदर्शन सुबह 10 से 3 बजे तक करेंगे…वही 9 जुलाई को जिला स्तरीय गाँधी मैदान आंदोलन में शामिल होकर प्रधानमंत्री एव मुख्यमंत्री के नाम 11 सूत्रीय ज्यापन को SDM के नाम ज्यापन सौपेंगे….वही महिला रसोइया का कहना है कि महंगाई दिनों दिन बढ़ती जा रही है…ऐसे में शासन की ओर से उन्हें 200 मानदेय राशि दी जा रही है…साथ ही युक्तिकरण का भी प्रभाव पड़ रहा है…और स्कूलों में काम करने वाले रसोइया को निकालने की भी कार्यवाही हो रही है….।

        वही रसोईया एव सहायिकाओ को भाजपा ने विधानसभा चुनाव के समय 50 प्रतिशत मानदेय में बढ़ोतरी करने का वादा किया था..जिस पर भाजपा जिलाध्यक्ष प्रकाश बैस ने विचार करने की बात की जा रही है….।

बहरहाल मध्यान भोजन में काम करने वाले रसोइया एव सहायिकाओ के हड़ताल पर चले जाने से मध्यान भोजन का काम प्रभावित होगा….प्रभावित को देखते हुए स्कूल शिक्षा विभाग ने एक आदेश जारी किया है…जिसमे मध्यान भोजन प्रभावित न हो इस दौरान स्कूल के संचालनकर्ता ही मध्यान भोजन के काम को देखेंगे…फिलहाल रसोइया को सात दिवसीय हड़ताल शुरू हो गया…और प्रदर्शन कर अपनी मांगों को लेकर धरना में बैठ गए है…..।