शशिकांत सनसनी छत्तीसगढ़
टेंडर को लेकर नपं उपाध्यक्ष व सीएमओ में तकरार नगर पंचायत सीएमओ के कक्ष में उपाध्यक्ष की धमक
निविदा प्रक्रिया पर कलेक्टर व एसडीएम से शिकायत
नगर पंचायत में उपाध्यक्ष व सीएमओ की भिड़ंत हो गई। सीएमओ के कक्ष में हुए घटनाक्रम में किसी टेंडर को लेकर उपाध्यक्ष द्वारा नाराजगी जताते हुए सीएमओ के केबिन के फाइल वगैरह फेंकने एवं अपने चेयर को सीएमओ के कक्ष में ले जाकर सौप देने की खबर है। हालाकि बंद कमरे में हुए वाकये को लेकर अनेक प्रकार की चर्चा सरगमं है। विश्वसनीय सूत्रों की माने तो नगर पंचायत द्वारा पखवाड़ेभर पुर्व सात कार्यों के लिए निविदा जारी किया गया था। कुछ ठेकेदारों ने निविदा फार्म लिए तथा कुछ फार्म लेने व जमा करने से वचित हो गए। इसकी जानकारी वचित ठेकेदारों के द्वारा उपाध्यक्ष को दिए जाने के बाद उपाध्यक्ष रोहित गुप्ता बुधवार दोपहर को सीएमओ के चेम्बर में जाकर वस्तुस्थिति की जानकारी माँगी। तब
नगर पंचायत
सीएमओ ने नेता प्रतिपक्ष की मौजूदगी में टेंडर प्रक्रिया की कुछ जानकारी देने के उपरांत व्यस्तता का हवाला दिया। सूत्र बताते हैं कि टेंडर प्रक्रिया से असहमत उपाध्यक्ष व नेता प्रतिपक्ष ने सीएमओ को प्रक्रिया को त्रुटिपूर्ण बताया। वहीं सीएमओ द्वारा व्यस्तता का हवाला देने पर उपाध्यक्ष ने आक्रोशित होकर कुछ फाइलें इधर उधर फेंक दिया। वहीं गुप्ता ने अपने चेम्बर से
उपाध्यक्ष चेयर को लाकर सीएमओ को सौंप दिया। इस दरम्यान दोनों के मध्य नेता प्रतिपक्ष की मौजूदगी में जमकर बहस होने की खबर है। हालांकि इस घटना के उपरांत दोनों पक्ष द्वारा कोई कानूनी कदम उठाने से पूर्व ही देर शाम तक प्रशासन द्वारा मामला शांत कराने को खबर है। सूत्रों की माने उक्त टेंडर को लेकर पुर्व मंडल भाजपा अध्यक्ष व ठेकेदार को बमुश्किल
फार्म नसीब हुआ था, हालाकि वे फार्म भी जमा नहीं कर सके। एक ठेकेदार सतीष कुमार को फार्म भी नहीं मिला। गुप्ता व अन्य ठेकेदारों द्वारा
सीएमओ की शिकायत की भी खबर है। हालांकि इस विषय को लेकर सीएमओ ने पारदर्शिता से निविदा प्रकाशन व प्रक्रिया अपनाने की बात कही है।
एक दूसरे पर लगाये आरोप –
उपाध्यक्ष रोहित गुप्ता ने पॉयनियर को बताया कि वे जानकारी लेने गए थे, जब सीएमओ ने व्यस्तता के हवाला दिया, तब उन्होंने बहस की। गुप्ता ने निविदा नियमो का उल्लंघन करने एवं अपने चहेतों को ही फार्म मुहैया कराने आरोप लगाया है। वहीं सीएमओ ने बताया कि उपाध्यक्ष ने फाइल फेंकना शुरू किया तब वे हड़बड़ाते हुए बाहर
निकलने लगे, तो उपाध्यक्ष ने नेता प्रतिपक्ष की मौजूदगी में बंद कमरे में ही रोकने की कोशिश की।
एबब वर्सेस बिलो का मर्ज
दरअसल 12 जून को निविदा प्रकाशन उपरांत 26 जून तक फार्म लेने, 30 जून तक प्रपत्र जारी करने, 4 जूलाई दोपहर 3 बजे तक फार्म जमा करने तथा 4 जुलाई को 4 बजे निविदा खोलने की तिथि व समय निर्धारित है। इस दरम्यान कुछ ठेकेदार फार्म लेने एवं जमा करने से वंचित रह गए। उपाध्यक्ष का मानना है कि बिलो में जाने योग्य कार्यों को मनमानी करके एबब कंडीशन में कार्य कराने की तैयारी है। जिससे नगरीय प्रशासन विभाग को लाखों का नुकसान होगा।
सीएमओ द्वारा मनमानी कर अपने चहेतों को फार्म दिया है। एबब कंडीशन में कार्य होने शासन को नुकसान होगा।
-रोहित गुप्ता, उपाध्यक्ष
नियमानुसार टेंडर प्रक्रिया अपनाई गई है। उपाध्यक्ष ने उग्र व्यवहार करके फाइल फेंक दिया।