शुसाशन त्यौहार में ग्राम पंचायत पर ताला, सचिव अनिश्चितकालीन अनशन पर

राजनांदगांव। जहां एक ओर प्रदेशभर में ‘शुसाशन त्यौहार’ का ढिंढोरा पीटा जा रहा है, वहीं दूसरी ओर राजनांदगांव जिले की एक ग्राम पंचायत में हालात बिल्कुल विपरीत नजर आ रहे हैं। पंचायत सचिव अनिश्चितकालीन अनशन पर बैठे हैं और ग्राम सभा का आयोजन अधर में लटका हुआ है। पंचायत कार्यालय पर ताला लटक रहा है और जनता की उम्मीदों पर पानी फिरता दिख रहा है।

वित्तीय संकट और जवाबदेही से भागता प्रशासन
ग्राम पंचायत में वित्तीय प्रबंधन की भारी गड़बड़ी सामने आ रही है। सरपंच से जब जवाबदेही मांगी गई तो उन्होंने इसे ‘आर्थिक संकट’ का हवाला देकर पल्ला झाड़ लिया। पंचायत में विकास कार्य ठप हैं और ग्रामीणजन प्रशासन से नाराज़ हैं।

सरकार पर उठते सवाल
छत्तीसगढ़ में भाजपा की विष्णुदेव साय सरकार पर लगातार जवाबदेही के सवाल उठ रहे हैं। प्रदेश की जनता बदलाव की उम्मीद कर रही थी, लेकिन जमीनी हकीकत इसके उलट है। सुशासन की आड़ में बदइंतज़ामी और जवाबदेही से भागते हुए जिम्मेदार अधिकारी केवल रस्मअदायगी में लगे हैं।

जनता का आक्रोश, सरकार की चुप्पी
स्थानीय ग्रामीणों का कहना है कि शुसाशन केवल कागज़ों में है, जबकि धरातल पर अव्यवस्था और ताला पड़ा पंचायत कार्यालय साफ इशारा करता है कि “सरकार सांय-सांय हांफ रही है।” ग्रामीणों की मांग है कि सचिव के अनशन पर तुरंत संज्ञान लिया जाए और ग्राम सभा की प्रक्रिया को बहाल किया जाए